मालविका
a creative woman
शनिवार, 5 फ़रवरी 2011
सूत्र - 112
जो दुख के लिए खुले नहीं होते, उनका जीवन डर बन जाता है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें