मालविका
a creative woman
गुरुवार, 31 दिसंबर 2009
सूत्र-55
इस दुनिया में आने वाला हर एक जीव एक ऐसा
रिटर्न टिकट लेकर आता है, जिस पर तारीख नहीं होती है....
बुधवार, 30 दिसंबर 2009
सूत्र-54
बड़ा अजीब दौर है ये, यहाँ अच्छाई अविश्वसनीय हो चली है..
मंगलवार, 29 दिसंबर 2009
सूत्र-53
असमय मिली लोकप्रियता प्रतिभा के लिए धीमा जहर है
सोमवार, 28 दिसंबर 2009
सूत्र-52
प्रकृति की मौलिकता, उसका सौंदर्य-बोध और उसकी वैज्ञानिक-दृष्टि का कोई मुकाबला नहीं है...
रविवार, 27 दिसंबर 2009
सूत्र-51
सामूहिकता कमजोरों की ढाल है.....
शनिवार, 26 दिसंबर 2009
सूत्र-50
बाजारवाद ने दुनिया की सारी छिछली चीजों को केंद्र में और सारी गंभीर चीजों को हाशिए पर ढकेल दिया है...
शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009
सूत्र-49
इंसान अपनी जिंदगी का औसतन 30 प्रतिशत समय खुद से भागने में गँवा देता है...
गुरुवार, 24 दिसंबर 2009
सूत्र-48
'प्रभुओं' के बिना दुनिया का गुजारा नहीं है...
बुधवार, 23 दिसंबर 2009
सूत्र-47
मृत्यु बोध के जागते ही जीवन में आध्यात्मिकता का उदय होता है....
मंगलवार, 22 दिसंबर 2009
सूत्र-46
अंतर्राष्ट्रीय संदर्भों में 'अर्थव्यवस्थाओं' का
मतलब जनसंख्या और उसकी क्रय-शक्ति से है।
सोमवार, 21 दिसंबर 2009
सूत्र-45
जीवन के कोई नियम नहीं है, लेकिन दुनिया में मृत्यु से बड़ा कोई अनुशासन नहीं है...
रविवार, 20 दिसंबर 2009
सूत्र-44
संघर्ष है तो जीवन में गति, रस और आखिर में सृजन है...
शनिवार, 19 दिसंबर 2009
सूत्र-43
हम कर्म करने के लिए अभिशप्त हैं
शुक्रवार, 18 दिसंबर 2009
सूत्र-42
जब तक दुनिया में एक भी सवाल जिंदा है, ईश्वर का 'होना' जिंदा है
गुरुवार, 17 दिसंबर 2009
सूत्र-४१
भौतिक सुविधाएँ क्रांति की हत्यारी होती है
बुधवार, 16 दिसंबर 2009
सूत्र-40
प्यार मध्यमवर्गीयों का और ऐश्वर्य अमीरों का जुनून है....
मंगलवार, 15 दिसंबर 2009
सूत्र-39
शाश्वत मूल्यों की नींव पर ही भविष्य का अस्तित्व है
सोमवार, 14 दिसंबर 2009
सूत्र-38
लक्ष्य पाने की प्यास जुनून पैदा करती है और जुनून वह आत्मबल पैदा करता है, जिसे जीवट कहते हैं
रविवार, 13 दिसंबर 2009
सूत्र-37
मात्र एक जुनून पूरे जीवन को सार्थकता प्रदान करता है
शनिवार, 12 दिसंबर 2009
सूत्र-36
संवेदनशीलता सबसे बड़ा गुनाह है...।
शुक्रवार, 11 दिसंबर 2009
सूत्र-35
सहजता और सरलता इस दौर की सबसे बड़ी उपलब्धि है
गुरुवार, 10 दिसंबर 2009
सूत्र-34
एक ही समय में कई तथ्य होते हैं, जो एक-दूसरे के विपरीत होते हैं।
बुधवार, 9 दिसंबर 2009
सूत्र-33
जीवन के हर क्षेत्र में चढ़ाव मुश्किल होता है और उतार आसान
मंगलवार, 8 दिसंबर 2009
सूत्र-32
देने के बाद जो बचता है वह खुशी है
सोमवार, 7 दिसंबर 2009
सूत्र-31
प्रकृति का वैराट्य अपने में भोग और अध्यात्म का संगम समेटे हुए है
रविवार, 6 दिसंबर 2009
सूत्र-30
प्राकृतिक न्याय अपने मूल स्वरूप में क्रूर होता है।
शनिवार, 5 दिसंबर 2009
सूत्र-29
अनिश्चितता से बड़ी दुनिया में और कोई यातना नहीं है।
सूत्र-28
कोई भी बड़ी उपलब्धि, स्माल स्टेप्स... छोटी-छोटी सफलताओं और असफलताओं का कुल योग है।
शुक्रवार, 4 दिसंबर 2009
सूत्र-27
कल्पनाएँ और राजनीति गाँवों में जवान होती है और अपराध और सहजता शहरों में
गुरुवार, 3 दिसंबर 2009
सूत्र-26
पूर्णता भ्रम है....
सूत्र 25
स्त्री की पूरी ऊर्जा एक घर सोख लेता है।
बुधवार, 2 दिसंबर 2009
सूत्र 24
प्रेम पाकर स्त्री निश्चिंत हो जाती है, लेकिन पुरुष की उड़ान वहीं से शुरू होती है।
नोट:
पिछले सूत्र का स्पष्टीकरण खासतौर पर आरसी मिश्रा के लिए....उम्मीद है समझ गए होंगे...।
मंगलवार, 1 दिसंबर 2009
सूत्र 23
प्रेम स्त्री के लिए जीवन है और पुरुष के लिए जीवन का हिस्सा।
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