a creative woman
hai zaroor hai...wah na hota to kya hota...
satya baat hai sarvpratham eshwarhttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
क्या बात है.... हमेशा की तरह लाजवाब..
......और पूँजीवादी भी...
होना तो चाहिए !!
सृष्टि का पहला सिलिसला पदार्थ से प्रारंभ हुआ माना जाना चाहिये ,कुछ कणो मे भी यह शक्ति हो सकती है जिसे देखकर मनुष्य ने विचार करना प्रारंभ किया हो ।
मुझे दुख है कि इस सूत्र को सही तरीके से समझा नहीं गया। यह दरअसल ईश्वर पर तंज़ है। उसकी इस असमान और पीड़ित दुनिया को देखकर लगा कि वह भी यदि 'है' तो, लेसेस फेयर का हिमायती होगा... फिर इस दुनिया में समानता की कल्पना भी कैसे की जा सकती है?
hai zaroor hai...wah na hota to kya hota...
जवाब देंहटाएंsatya baat hai
जवाब देंहटाएंsarvpratham eshwar
http://sanjaykuamr.blogspot.com/
क्या बात है.... हमेशा की तरह लाजवाब..
जवाब देंहटाएं......और पूँजीवादी भी...
जवाब देंहटाएंहोना तो चाहिए !!
जवाब देंहटाएंसृष्टि का पहला सिलिसला पदार्थ से प्रारंभ हुआ माना जाना चाहिये ,कुछ कणो मे
जवाब देंहटाएंभी यह शक्ति हो सकती है जिसे देखकर मनुष्य ने विचार करना प्रारंभ किया हो ।
मुझे दुख है कि इस सूत्र को सही तरीके से समझा नहीं गया। यह दरअसल ईश्वर पर तंज़ है। उसकी इस असमान और पीड़ित दुनिया को देखकर लगा कि वह भी यदि 'है' तो, लेसेस फेयर का हिमायती होगा... फिर इस दुनिया में समानता की कल्पना भी कैसे की जा सकती है?
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