मालविका
a creative woman
रविवार, 26 दिसंबर 2010
सूत्र - 111
मृत्यु जीवन से अर्थ छीन लेती है.
सोमवार, 13 दिसंबर 2010
सूत्र - 110
जरा सा जुनून चेतना के चौकन्नेपन से निजात दिला सकता है.
रविवार, 28 नवंबर 2010
सूत्र - 109
प्रदर्शन इस दौर का स्थापित मूल्य हो चला है.
शनिवार, 27 नवंबर 2010
सूत्र - 108
ईश्वर की सबसे खूबसूरत रचना मनुष्य है और मनुष्य की... संगीत.
रविवार, 21 नवंबर 2010
सूत्र - 107
दुनिया की सारी सकारात्मकता, प्रतिकूलताओं में अर्थहीन हो जाती है.
सूत्र - 106
सभ्यताएँ लगातार सरलीकरण की तरफ बढ़ रही है और संस्कृतियाँ जटिलतर होती जा रही है.
शुक्रवार, 19 नवंबर 2010
सूत्र - 105
प्यास और तृप्ति मिलकर जिंदगी का 'कोरम' पूरा करती हैं.
शनिवार, 6 नवंबर 2010
सूत्र - 104
नींद और विस्मृति प्रकृति की ओर से इंसान को मिले अनमोल उपहार हैं.
गुरुवार, 7 अक्टूबर 2010
सूत्र - 103
कलाएँ सभ्यता का सेफ्टी वॉल्व है.
बुधवार, 22 सितंबर 2010
सूत्र -102
ईश्वर (गॉड, खुदा, अल्लाह) की सड़ी हुई लाश है धर्म.
मंगलवार, 7 सितंबर 2010
सूत्र-101
क्षुद्रता भ्रष्ट करती है.
गुरुवार, 26 अगस्त 2010
सूत्र - 100
सबसे ज्यादा आशंका तब होती है, जब शिद्दत से राहत की जरूरत होती है
गुरुवार, 19 अगस्त 2010
सूत्र -99
मानवता, इंसान का आधारभूत और सबसे पहला धर्म है.
रविवार, 1 अगस्त 2010
सूत्र - 98
जीवन एक लक्ष्यहीन दौड़ है.
रविवार, 25 जुलाई 2010
सूत्र - 97
देह चेतना की कारा भी है और उसकी अभिव्यक्ति का माध्यम भी.
मंगलवार, 20 जुलाई 2010
सूत्र - 96
आंतरिक 'स्व' के रिक्त होने पर हम भौतिकता की तरफ प्रवृत्त होते हैं.
शनिवार, 17 जुलाई 2010
सूत्र-95
ताल गति है, सुर शांति
गुरुवार, 15 जुलाई 2010
सूत्र - 94
अध्यात्म धर्म की आत्मा है लेकिन खुद इसे शरीर (धर्म) की जरूरत नहीं है.
रविवार, 4 जुलाई 2010
सूत्र - 93
पुरुष की उपलब्धियों का राज उसकी 'सीमित' ऊर्जा में हैं.
गुरुवार, 1 जुलाई 2010
सूत्र – 92
भावना और स्वार्थ जैसी दो अलग-अलग प्रवृत्तियों पर व्यवस्था का अस्तित्व है।
शनिवार, 19 जून 2010
सूत्र -91
भय हमारे साथ-साथ बड़ा होता है.
शुक्रवार, 18 जून 2010
सूत्र - 90
System dislike edges
गुरुवार, 17 जून 2010
सूत्र - 89
सफ़र रोमांस है और मंज़िल दुनियादारी.
सोमवार, 14 जून 2010
सूत्र-88
खुशी बाँटने से बढ़ती है और दुख गरिमाविहीन हो जाता है.
शनिवार, 12 जून 2010
सूत्र-87
सृष्टि का सबसे पहला व्यक्तिवादी विचारक ईश्वर रहा होगा, यदि 'वह' है तो.
शुक्रवार, 11 जून 2010
सूत्र-86
सुख यौवन के उद्दाम आवेग की तरह छलछलाता रहता है.
रविवार, 6 जून 2010
सूत्र-85
जिंदगी प्यास है, तृप्ति मौत.
मंगलवार, 25 मई 2010
सूत्र 84
निर्द्वद्वंता का चरम फकीरी है.
रविवार, 23 मई 2010
सूत्र 83
आदर्शों के अतिक्रमण से निर्द्वंद्वता का जन्म होता है.
शनिवार, 22 मई 2010
सूत्र- 82
प्रतिक्रिया परिवर्तन की प्रक्रिया का प्रारंभ है.
गुरुवार, 20 मई 2010
सूत्र 81
विकार न हो तो संसार क्या हो.
मंगलवार, 11 मई 2010
सूत्र- 80
जीवन में जुनून न हो तो भटकाव होता है.
रविवार, 2 मई 2010
सूत्र 79
नींद से बेहतर न कोई दवा है, न नशा...
रविवार, 25 अप्रैल 2010
सूत्र -78
प्यार दुनिया की सबसे अनुत्पादक चीज है...
बकौल ग़ालिब - इश्क ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया
वरना हम भी आदमी थे काम के
सोमवार, 19 अप्रैल 2010
सूत्र 77
Life comes in PACKAGES
गुरुवार, 8 अप्रैल 2010
सूत्र-76
सफलता का चाहे कोई शॉर्टकट न होता हो, लेकिन असफलता शॉर्टकट से आकर्षित होती है.
मंगलवार, 30 मार्च 2010
सूत्र- 75
सभ्यता की नींव में भूख (हवस) की विकरालता है.
सोमवार, 8 मार्च 2010
सूत्र 74
प्रतिभा प्रतिबद्ध नहीं होती.
रविवार, 14 फ़रवरी 2010
सूत्र -73
प्रेम और घृणा पीठ से जुड़े होते हैं.
शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010
सूत्र-72
जहाँ भावना की जड़ें मजबूत होती है, वहाँ आदर्शों की नींव कमजोर होने लगती है
बुधवार, 3 फ़रवरी 2010
सूत्र 71
बाजार इस दौर का एकमात्र 'मूल्य'निर्धारक है
रविवार, 31 जनवरी 2010
सूत्र-70
संकीर्णता से पाप उपजते हैं
शुक्रवार, 15 जनवरी 2010
सूत्र-69
सृष्टि के संचालन में सुसंगति तो है, तार्किकता नहीं....
गुरुवार, 14 जनवरी 2010
सूत्र-68
...दुनिया का सारा सृजन या तो खुद से भागने की या फिर खुद की कमियों से उबरने के प्रयास करने की प्रक्रिया का बाय प्रोडक्ट है....
बुधवार, 13 जनवरी 2010
सूत्र-67
जो भाषा रोजगार दिलाने में सक्षम है, वही जीवित रह सकती है...
मंगलवार, 12 जनवरी 2010
सूत्र-66
इतिहास से किसी भी सूरत में भागा नहीं जा सकता...
सोमवार, 11 जनवरी 2010
सूत्र-65
भौतिक संपन्नता नामालूम-सी, छोटी-छोटी खुशियों की कब्र पर खड़ी होती है
रविवार, 10 जनवरी 2010
सूत्र 64
सब कुछ करने के बाद भी मनचाहा न हो तो, उसे किस्मत कहते हैं
शनिवार, 9 जनवरी 2010
सूत्र-63
हर पड़ाव पर पहुँच कर एक रिक्तता हमारा स्वागत करती है...
शुक्रवार, 8 जनवरी 2010
सूत्र-62
राजनीति में महत्वाकांक्षा नेतृत्व करती है और लालच उसे पूरा करता है।
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