बुधवार, 2 दिसंबर 2009

सूत्र 24


प्रेम पाकर स्त्री निश्चिंत हो जाती है, लेकिन पुरुष की उड़ान वहीं से शुरू होती है।

नोट: पिछले सूत्र का स्पष्टीकरण खासतौर पर आरसी मिश्रा के लिए....उम्मीद है समझ गए होंगे...।

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