a creative woman
हम ग़रीबों के लिए भी कुछ फ़रमाएं मोहतरमा......
और र्निधन कंगालों की शारीरिक हवस, नहीं ??
बहुत खूब ! एक यथार्थ और वास्तविक सच्चाई !
सादर वन्दे!सही कहा आपने,रत्नेश त्रिपाठी
हम ग़रीबों के लिए भी कुछ फ़रमाएं मोहतरमा......
जवाब देंहटाएंऔर र्निधन कंगालों की शारीरिक हवस, नहीं ??
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ! एक यथार्थ और वास्तविक सच्चाई !
जवाब देंहटाएंसादर वन्दे!
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने,
रत्नेश त्रिपाठी